Edited By Ramanjot, Updated: 18 Apr, 2022 05:35 PM
दरअसल, सोमवार को जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया से मुखातिब हुए। रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर देश के कई हिस्सों में हुए हिंसक झड़प पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि धर्म के नाम पर गड़बड़ी फैलाना ठीक नहीं है। जो लोग...
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर कहा कि प्रशांत किशोर से उनके जो भी रिश्ते रहे हैं, उसे कबूलने में वह गुरेज नहीं करते। जब पिछले दिनों उनकी तबीयत खराब हुई थी और वह दिल्ली में थे तब भी प्रशांत किशोर ने मुलाकात की थी। प्रशांत किशोर से उनके व्यक्तिगत रिश्ते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनके राजनीतिक फैसलों में मैं हस्तक्षेप करूं। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर कभी बीजेपी के साथ काम किया करते थे लेकिन आज कहां हैं सबको मालूम है।
दरअसल, सोमवार को जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया से मुखातिब हुए। रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर देश के कई हिस्सों में हुए हिंसक झड़प पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि धर्म के नाम पर गड़बड़ी फैलाना ठीक नहीं है। जो लोग पूजा करते हैं वह गड़बड़ी कैसे कर सकते हैं। अगर कोई गड़बड़ी करता है तो वह पूजा पाठ करने वाला व्यक्ति नहीं। मेरा स्पष्ट मानना है कि धर्म में विवाद के लिए कोई स्थान नहीं है।
वहीं देशभर में हुए उपचुनाव के अंदर बीजेपी की हार को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों का बहुत मतलब नहीं होता है। उपचुनाव में हार बहुत खास बात नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा कि इसके पहले दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, उसमें एनडीए ने ही जीत हासिल की थी। आम चुनावों और उपचुनाव में अंतर होता है। बोचहां में बीजेपी उम्मीदवार के लिए एनडीए के सभी घटक दलों और नेताओं ने प्रचार किया था लेकिन अगर चुनाव में हार हुई है तो बीजेपी इसे अपने स्तर से देख रही है।