Edited By Ramanjot, Updated: 03 Dec, 2025 08:54 AM

बिहार में घरेलू गैस सिलिंडर की डिलीवरी प्रक्रिया अब पूरी तरह बदल गई है। LPG Delivery Authentication System को अनिवार्य करते हुए इंडेन, एचपी और बीपीसीएल ने सभी गैस एजेंसियों को निर्देश दिया है कि बिना Delivery Authentication Code (DSC) / OTP के किसी...
Bihar LPG New Rules: बिहार में घरेलू गैस सिलिंडर की डिलीवरी प्रक्रिया अब पूरी तरह बदल गई है। LPG Delivery Authentication System को अनिवार्य करते हुए इंडेन, एचपी और बीपीसीएल ने सभी गैस एजेंसियों को निर्देश दिया है कि बिना Delivery Authentication Code (DSC) / OTP के किसी भी उपभोक्ता को सिलिंडर न दिया जाए। यह कोड उपभोक्ता को बुकिंग के समय उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है।
तेल कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार, पूरे बिहार में करीब 2.30 करोड़ एलपीजी उपभोक्ता हैं—जिनमें इंडेन के 108.8 लाख, बीपीसीएल के 55.9 लाख और एचपी के 65.7 लाख ग्राहक शामिल हैं।
पटना में 70 गैस एजेंसियां, हर दिन 5 हजार तक सिलिंडर की डिलीवरी
राजधानी पटना में इस समय 16.64 लाख से अधिक घरेलू गैस उपभोक्ता हैं और करीब 70 गैस एजेंसियां कार्यरत हैं। रोजाना शहर में 4,000–5,000 सिलिंडरों की होम डिलीवरी होती है।
नई व्यवस्था के बाद डिलीवरी प्रक्रिया काफी कड़ी हो गई है। इससे पहले, डिलीवरी मैन उपभोक्ता के घर पर न होने पर भी सिलिंडर दे देते थे, जिसके कारण गलत डिलीवरी और शिकायतें बढ़ रही थीं। कई उपभोक्ताओं ने बताया था कि रिकॉर्ड में सिलिंडर डिलीवर दिखाया जाता था, लेकिन उन्हें सिलिंडर मिला ही नहीं। कंपनियों का मानना है कि OTP-बेस्ड वेरिफिकेशन सिस्टम से पारदर्शिता बढ़ेगी और धोखाधड़ी पर रोक लगेगी।
नई सिस्टम से कई उपभोक्ता परेशान, कंपनियों से वैकल्पिक समाधान की मांग
नए नियम के बाद नौकरीपेशा और दिनभर घर से बाहर रहने वाले उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समय पर OTP न बता पाने की स्थिति में डिलीवरी मैन सिलिंडर वापस ले जा रहे हैं। साथ ही, कई परिवारों में बुकिंग एक ही मोबाइल नंबर से होती है, जबकि वह व्यक्ति अक्सर घर पर नहीं होता। इसके कारण भी कई सिलिंडर डिलीवरी असफल हो रही है।
गैस एजेंसियों का कहना है कि कंपनियों ने साफ निर्देश दिया है— “बिना DSC कोड किसी भी स्थिति में गैस सिलिंडर नहीं दिया जाएगा।”
यह उपभोक्ता की सुरक्षा और गलत डिलीवरी रोकने के लिए लागू किया गया नियम है।
बिहार एलपीजी वितरक संघ के महासचिव डॉ. रामनरेश प्रसाद सिन्हा ने सुझाव दिया कि कंपनियों को वैकल्पिक समाधान भी देने चाहिए—
- परिवार के किसी अन्य सदस्य के मोबाइल नंबर को लिंक करने की सुविधा
- आपात स्थिति में वैकल्पिक सत्यापन विकल्प।