Edited By Ramanjot, Updated: 01 Sep, 2024 04:42 PM
इस अस्पताल में सभी तरह के आधुनिक उपकरण होंगे जिससे कैंसर का इलाज संभव होगा। यह अस्पताल सभी वर्गों के लिए खुला रहेगा। इस अस्पताल में गरीबों का इलाज फ्री में होगा। डॉक्टर प्रवीण घण्टावर कैंसर स्पेसलिस्ट और कैंसर सर्जन हैं। उनकी पढ़ाई टाटा कैंसर अस्पताल...
पटनाः भारत में दिन-प्रतिदिन कैंसर मरीज बढ़ते जा रहे हैं। यह एक बहुत ही गंभीर समस्या है। इसके इलाज में काफी समय लगता है और काफी खर्चा भी होता है। वहीं बिहार के चंपारण के रहने वाले युवा उद्यमी और समाजसेवी रूपेश पांडेय ने बिहार में एक बेहद ही क्रांतिकारी कदम उठाया है। उन्होंने डॉक्टर प्रवीण घण्टावर के साथ मिलकर कैंसर मरीजों के लिए बिहार में 500 बेड का अस्पताल खोलने का विचार किया है।
सभी वर्गों के लिए खुला रहेगा यह अस्पताल
इस अस्पताल में सभी तरह के आधुनिक उपकरण होंगे जिससे कैंसर का इलाज संभव होगा। यह अस्पताल सभी वर्गों के लिए खुला रहेगा। इस अस्पताल में गरीबों का इलाज फ्री में होगा। डॉक्टर प्रवीण घण्टावर कैंसर स्पेसलिस्ट और कैंसर सर्जन हैं। उनकी पढ़ाई टाटा कैंसर अस्पताल से हुई है। पिछले 25 वर्षों से कैंसर के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। इन सालों मे काफी कैंसर मरीजों को ठीक किया है। वह कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल के मालिक हैं। इसके अलावा मुंबई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में सर्जर भी हैं।
हर वर्ष लगभग 10 मिलियन लोगों की हो रही मौत
बता दें कि दुनिया भर में हर वर्ष लगभग 10 मिलियन लोगों की कैंसर से मृत्यु हो रही है। WHO के एक आंकड़े के अनुसार, केवल भारत में पिछले 3 वर्षों में 22 लाख लोग कैंसर से मर चुके हैं यानी कि हर दिन लगभग 2160 लोगों की कैंसर से मृत्यु हो रही है। लेकिन अब इस बीमारी से भी घबराने की जरूरत नहीं रही है। देश-विदेश में इस बीमारी से लड़ने के लिए ऐसी तकनीक और चिकित्सा पद्धति विकसित कर ली गई है जिससे कि इस जानलेवा बीमारी को भी अब हराया जाने लगा है। इसी कैंसर से लड़ने और इसका बेहतरीन और समुचित इलाज करने के लिए बिहार के चंपारण में एक नया कैंसर अस्पताल खुलने जा रहा है।
बिहार चंपारण के ही रहने वाले युवा उद्यमी और समाजसेवी रूपेश पाण्डेय ने इस बात की घोषणा हाल ही में मुंबई में की है। उन्होंने बताया कि बिहार के चंपारण में एक शानदार व अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित 500 बेड का विश्व स्तरीय कैंसर अस्पताल खोलने जा रहे हैं। इस बात की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं और अब प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। वैसे तो पूरे भारत वर्ष में लगभग 70 के आसपास कैंसर का इलाज करने वाले केंद्र मौजूद हैं लेकिन इनमें से कई ऐसे भी हैं जहां पर सुविधाओं का घोर अभाव है वैसे में 500 बेड का यह अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल बिहार की जनता लिए एक वरदान साबित होने वाला है।