Edited By Nitika, Updated: 01 Feb, 2021 04:23 PM

वाह रे शिक्षा विभाग...इस बार मृत, रिटायर्ड और नौकरी छोड़ चुके शिक्षकों की भी इंटरमीडिएट की परीक्षा में ड्यूटी लगा दी। दरअसल, प्रशासन की पहल पर शिक्षकों का रेंडमाइजेशन करवा इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 की ड्यूटी लगाई गई। वहीं इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी...
बक्सरः बिहार में आज से इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो गई है। इस परीक्षा में शिक्षा विभाग के द्वारा मृत, रिटायर्ड और नौकरी छोड़ चुके शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई। जी हां, सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन ऐसा सच में हुआ है। वहीं इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार सरकार का घेराव किया है। उन्होंने कहा कि सरकार साहेब का ईमान मर चुका है इसलिए मुर्दा हो चुकी सरकार खोज रही है मुर्दा।
दरअसल, प्रशासन की पहल पर शिक्षकों का रेंडमाइजेशन करवा इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 की ड्यूटी लगाई गई। इसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र में इस बात का खुलासा हुआ कि मृत और नौकरी छोड़ चुके शिक्षकों से भी इस बार की इंटर परीक्षा में ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि रेंडमाइजेशन के चक्कर में पत्र जारी हो गया है। मृतक, नौकरी छोड़ चुके, रिटायर्ड हो चुके और ट्रांसफर किए जा चुके शिक्षकों से भी ड्यूटी करवाने का आदेश है। मामला सामने आने के बाद आनन-फानन में शिक्षा विभाग को इसकी सूचना दी गई।
इस पर बक्सर के जिला शिक्षा पदाधिकारी देवेश कुमार चौधरी ने कहा कि बोर्ड के आदेश पर रेंडमाइजेशन के आधार पर शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे में कुछ लोगों के नाम को लेकर थोड़ी त्रुटियां हुई हैं, जिसे सुधार किया जा रहा है। बता दें कि 1 फरवरी से 13 फरवरी तक इंटरमीडिएट की परीक्षा ली जाएगी। जिले में कुल 28 केंद्र बनाए गए हैं। बक्सर में 20 और डुमरांव अनुमंडल में 8 केंद्र है। परीक्षा में बक्सर में 738 जबकि डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र में 348 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।