Edited By Ramanjot, Updated: 13 Jul, 2022 12:28 PM
तेजस्वी यादव ने भाषण के दौरान स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी की मांग की। बीच भाषण में वह बार-बार अटकते दिखे। इससे उनके चेहरे पर तनाव भी साफ झलका। उन्होंने मंच से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग भी कर दी। कुछ लाइनों को तो वो दोबारा पढ़ते दिखे।
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार विधानसभा के शताब्दी स्मृति स्तंभ के उद्घाटन के बाद सभा का आयोजन किया गया। शुरुआत स्पीकर विजय सिन्हा के भाषण से हुई। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भाषण देने के लिए बुलाया गया। वहीं तेजस्वी यादव पीएम मोदी के सामने ढंग से भाषण भी नहीं पढ़ पाए। वे अपने 4 मिनट के भाषण में करीब 6 बार अटके।
तेजस्वी यादव ने भाषण के दौरान स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी की मांग की। बीच भाषण में वह बार-बार अटकते दिखे। इससे उनके चेहरे पर तनाव भी साफ झलका। उन्होंने मंच से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग भी कर दी। कुछ लाइनों को तो वो दोबारा पढ़ते दिखे।
इन लाइनों में अटक तेजस्वी-
- समाज के हर वर्ग की आबादी के अनुसार, भागीदारी और हिस्सेदारी से ही लोकतंत्र समृद्ध और समावेशी होगा।
- इसी प्रांगण में हम जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की आदमकद प्रतिमा के बगल में बैठे हैं।
- अतः मैं आपसे आग्रह करता हूं कि School of Democracy & Legislative Studies जैसी एक संस्था बिहार में स्थापित हो।