Edited By Ramanjot, Updated: 27 Oct, 2025 08:43 PM

बिहार विधानसभा चुनाव में सियासी गर्मी तेज़ हो गई है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने रविवार (26 अक्टूबर) को एक चुनावी सभा में बड़ा बयान देकर नई बहस छेड़ दी।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में सियासी गर्मी तेज़ हो गई है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने रविवार (26 अक्टूबर) को एक चुनावी सभा में बड़ा बयान देकर नई बहस छेड़ दी। उन्होंने कहा कि अगर INDIA गठबंधन (INDIA Bloc) बिहार की सत्ता में आता है, तो विवादित Waqf Amendment Act को खत्म कर दिया जाएगा।
“वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक देंगे” – तेजस्वी का ऐलान
कटिहार, किशनगंज और अररिया जिलों में आयोजित जनसभाओं में तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारे पिता लालू प्रसाद यादव ने कभी सांप्रदायिक ताकतों से समझौता नहीं किया, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बार-बार ऐसी ताकतों का साथ दिया है। बीजेपी को ‘भारत जलाओ पार्टी’ कहा जाना चाहिए, क्योंकि वो देश को बांटने का काम कर रही है।” तेजस्वी ने आगे कहा कि अगर महागठबंधन सत्ता में आता है, तो Waqf (Amendment) Bill को “कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा”।
NDA ने बताया पारदर्शिता की दिशा में कदम
वहीं दूसरी ओर, NDA ने इस कानून को मुस्लिम समुदाय में पारदर्शिता और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक “सकारात्मक सुधार” बताया है।
विपक्ष का कहना है कि यह कानून मुसलमानों के अधिकारों को सीमित करता है और धार्मिक संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण बढ़ाता है।
कारी सोहैब के बयान से बढ़ा विवाद
इससे पहले शनिवार (25 अक्टूबर) को राजद एमएलसी मोहम्मद कारी सोहैब ने कहा था कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते हैं, तो Waqf Bill सहित “सभी विवादित बिलों को फाड़ दिया जाएगा”। इस बयान के बाद भाजपा और जेडीयू ने कड़ा रुख अपनाते हुए सवाल किया कि क्या कोई राज्य सरकार केंद्र के कानून को रद्द कर सकती है?
सियासी जंग में नया मुद्दा बना वक्फ बिल
तेजस्वी के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में “वक्फ कानून” नया चुनावी मुद्दा बन गया है। जहां महागठबंधन इसे “जनता की आवाज़” बता रहा है, वहीं एनडीए इसे “सस्ती राजनीति” कहकर निशाना साध रहा है। 29 अक्टूबर को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की संयुक्त रैलियों से पहले यह मुद्दा और भी गरमाने की संभावना है।