Edited By Diksha kanojia, Updated: 25 Feb, 2021 06:23 PM
बजट सत्र की कार्यवाही 23 मार्च तक चलेगी। इस बार 16 कार्य दिवस का बजट सत्र निर्धारित किया गया है। बजट सत्र के पहले दिन 26 फरवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
इसके बाद 27 और 28 फरवरी, 2021 को कोई कार्य नहीं होगा। वित्तीय वर्ष 2020 -21 के द्वितीय...
रांचीः झारखंड विधानसभा का शुक्रवार से शुरू हो रहा बजट सत्र हंगामेदार होने की संभावना है। बजट सत्र की कार्यवाही 23 मार्च तक चलेगी। इस बार 16 कार्य दिवस का बजट सत्र निर्धारित किया गया है। बजट सत्र के पहले दिन 26 फरवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
इसके बाद 27 और 28 फरवरी, 2021 को कोई कार्य नहीं होगा। वित्तीय वर्ष 2020 -21 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन 1 मार्च को किया जाएगा जबकि 3 मार्च 2021 को हेमंत सरकार 2021-22 का बजट सदन में पेश करेगी। बजट सत्र के अंतिम दिन 23 मार्च को गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे। सत्र को लेकर विधानसभा सचिवालय ने दिशा निर्देश जारी किया है। इस बार बिना कोविड टेस्ट कराए कोई भी सदस्य बजट सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगे।
बजट सत्र को लेकर विपक्ष ने विकास योजना की धीमी रफ्तार, पारा शिक्षकों और अन्य संविदा कर्मियों के सेवा स्थायीकरण की मांग, गिरती कानून व्यवस्था, बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष घोषित नहीं किए जाने और चालू वित्तीय वर्ष में बजट राशि नहीं खर्च होने के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की रणनीति बनाई है।
वहीं, सत्तापक्ष की ओर से भी विपक्ष की धार को कमजोर करने की रणनीति बनायी गयी है जबकि सरकार ने पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों का संवेदनशीलता के साथ जवाब देने तथा समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया है।