Edited By Khushi, Updated: 23 Oct, 2024 05:50 PM
2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट रामदास सोरेन ने जीत हासिल की थी। रामदास सोरेन ने 63 हजार पांच सौ 31 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी कैंडिडेट लखन चंद्र मार्डी 56 हजार आठ सौ सात वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
घाटशिला: घाटशिला विधानसभा सीट, जमशेदपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। सुवर्णरेखा नदी के किनारे बसे होने के कारण ये इलाका बेहद उपजाऊ है। यहां चावल, गेहूं सहित कई फसलों की अच्छी पैदावार होती है। घाटशिला का एक बड़ा हिस्सा जंगल से घिरे होने के चलते बेहद मनोरम लगता है। इस क्षेत्र का रंकिनी मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यह मंदिर देखने में काफी भव्य लगता है। पूर्वी सिंहभूम यानि जमशेदपुर जिले में आने वाली घाटशिला सीट राजनीति के नजरिए से काफी खास है।
साल 1995 से 2005 तक यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप बलमुचू विधायक रहे थे, लेकिन 2009 के चुनाव में जेएमएम के रामदास सोरेन ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली थी, लेकिन 2014 के चुनाव में रामदास सोरेन बीजेपी के लक्ष्मण टुडू से चुनाव हार गए।
वहीं 2019 के चुनाव में जेएमएम के रामदास सोरेन ने बीजेपी उम्मीदवार को फिर से नौ हजार से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया था....इस बार मंत्री रामदास सोरेन को कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन के बेटे से टक्कर मिलने की चर्चा हो रही है....
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट रामदास सोरेन ने जीत हासिल की थी। रामदास सोरेन ने 63 हजार पांच सौ 31 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी कैंडिडेट लखन चंद्र मार्डी 56 हजार आठ सौ सात वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं आजसू कैंडिडेट प्रदीप कुमार बालमुचू 31 हजार नौ सौ 10 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं घाटशिला विधानसभा सीट पर 2014 के चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट लक्ष्मण टुडू विधायक चुने गये थे। लक्ष्मण टुडू को 52 हजार पांच सौ छह वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर जेएमएम के रामदास सोरेन रहे थे। रामदास सोरेन को 46 हजार एक सौ तीन वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस की सिंड्रेला बालमुचू रहीं। सिंड्रेला को 36 हजार छह सौ 72 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम के रामदास सोरेन ने बाजी मारी और विधायक चुने गए। रामदास सोरेन को 38 हजार दो सौ 83 वोट मिला था। उधर कांग्रेस के प्रदीप कुमार 37 हजार 91 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे तो तीसरे नंबर पर रहे बीजेपी के सूर्य सिंह को 28 हजार पांच सौ 61 वोट मिले थे।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के जेएमएम छोड़ने के बाद कोल्हान के इलाके में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नया विकल्प तलाशने लगे हैं। इसलिए इस इलाके के आदिवासी नेता रामदास सोरेन को मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई थी। रामदास सोरेन भी कोल्हान क्षेत्र से ही आते हैं और वे पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले में चंपई सोरेन की जगह पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा बन सकते हैं इसलिए घाटशिला सीट पर भी रामदास सोरेन की अग्नि परीक्षा होनी है। अब समय ही बताएगा कि रामदास सोरेन इस अग्निपरीक्षा में पास होंगे या विफल।