Edited By Ramanjot, Updated: 14 Aug, 2025 09:58 PM
जब भी 15 August का दिन आता है, तो हम सब में देशभक्ति की भावना जाग उठती है। भारत का स्वतंत्रता दिवस केवल एक ऐतिहासिक तिथि नहीं बल्कि आजादी, एकता और निरंतर प्रगति का जीवंत भाव है।
जब भी 15 August का दिन आता है, तो हम सब में देशभक्ति की भावना जाग उठती है। भारत का स्वतंत्रता दिवस केवल एक ऐतिहासिक तिथि नहीं बल्कि आजादी, एकता और निरंतर प्रगति का जीवंत भाव है। 15 अगस्त 2025 को अपने 79 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस बार का जश्न कई मायनों में अलग होगा। लाल किले से लेकर हर गली मोहल्ले तक परंपरा और आधुनिकता का संगम देखने को मिलेगा। इस स्वतंत्रता दिवस पर जाने देश के उन रियल हीरो के बारे में जो हर घर शिक्षा का अलख जगाकर देश की प्रगति में योगदान दे रहे है....
आइए जानते है इनके बारे में...
(1) शिक्षा का दीपक: आनंद कुमार
पटना के आनंद कुमार ने ‘सुपर 30’ के जरिए गरीब छात्रों को आईआईटी तक पहुंचाया। उनकी कहानी पर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ उनकी मेहनत और समर्पण का प्रतीक है।
(2) भौतिकी का गुरु: एचसी वर्मा
बिहार राज्य के दरभंगा के रहने वाले है HC Verma Sir,
एचसी वर्मा की किताब ‘कॉन्सेप्ट्स ऑफ फिजिक्स’ इंजीनियरिंग छात्रों की बाइबल कही जाती है। उनके शिक्षा में नेक कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मानित हो चुके है। उनकी शिक्षण शैली ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
(3) "खान सर" और "आरके श्रीवास्तव"..........
खान सर और आरके श्रीवास्तव, दोनों ही प्रसिद्ध शिक्षक हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। खान सर, जिनका असली नाम फैसल खान है। "खान जीएस रिसर्च सेंटर" नामक एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल चलाते हैं और ऑफलाइन कोचिंग भी चलाते हैं।
दूसरी तरफ, राष्ट्रपति से सम्मानित प्रसिद्ध शिक्षक आरके श्रीवास्तव, जिन्हें "मैथमेटिक्स गुरु" के नाम से भी जाना जाता है,
"1 रु गुरु दक्षिणा" कार्यक्रम के माध्यम से गरीब छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं। आर.के. श्रीवास्तव ने ‘1 रुपये गुरु दक्षिणा’ के जरिए 950 से अधिक गरीब छात्रों को आईआईटीयन बनाया। पाइथागोरस प्रमेय को 50 से अधिक तरीकों से सिद्ध करने वाले इस शिक्षक का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है।
दुनिया के मानचित्र पर पटना (बिहार) के मैथेमेटिक्स गुरु आर.के. श्रीवास्तव का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इनका पूरा नाम रजनी कांत श्रीवास्तव है। ये भारत के एक मात्र ऐसे शिक्षक होंगे जिनका कोई हेटर्स नहीं मिलेगा।
(4) " अलख पांडे ....
" फिजिक्स वाला अलख पांडेय:
यूपी के प्रयागराज के रहने वाले अलख पांडेय अपना एजुकेशन प्लेटफार्म 'फिजिक्स वाला' चलाते हैं। वे यूट्यूब पर वीडियोज शेयर करते हैं। वे मुख्य रूप से जेईई मेन्स व जेईई एडवांस तथा मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं। इनके संस्था को देश के 101 वें यूनिकॉर्न कंपनी बनने का गौरव प्राप्त हो चुका है।
(5) ' डा. विकास दिव्यकीर्ति:,
डा. विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के हीरो हैं। 'दृष्टि आइएएस काेचिंग संस्थान' के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ती ने 22 साल की उम्र में अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी सिविल सेवा में 384वीं रैंक हासिल की थी।
लेकिन उनका मन अफसरी में नहीं लगा। फिर, उन्होंने शिक्षा दान की राह पकड़ी। उनके पढ़ाने का अंदाज सरल है , लाखों स्टूडेंट्स इनके दीवाने है।
ये सभी नए जमाने के शिक्षक, अपने-अपने तरीकों से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं और छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।आजाद भारत को शिक्षित बनाने में इन सभी का योगदान अतुलनीय है।