Edited By Ramanjot, Updated: 28 Jul, 2024 10:56 AM
सुनील सिंह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के करीबी हैं और उनकी विधान परिषद की सदस्यता शुक्रवार को समाप्त कर दी गई। सिंह की सदस्यता समाप्त किए जाने का प्रस्ताव सदन में ध्वनिमत से पारित किया गया। इससे एक दिन पहले बिहार विधान परिषद की आचार...
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस वर्ष की शुरुआत में सदन में अभद्र बर्ताव के लिए पार्टी नेता सुनील कुमार सिंह की विधान परिषद की सदस्यता समाप्त किए जाने को लेकर शनिवार को राज्य की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार की आलोचना की। विपक्षी दल ने दावा किया कि सदस्यता समाप्त करना अलोकतांत्रिक है और यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अहंकार को दर्शाता है।
लालू रिवार के करीबी हैं सुनील सिंह
सुनील सिंह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के करीबी हैं और उनकी विधान परिषद की सदस्यता शुक्रवार को समाप्त कर दी गई। सिंह की सदस्यता समाप्त किए जाने का प्रस्ताव सदन में ध्वनिमत से पारित किया गया। इससे एक दिन पहले बिहार विधान परिषद की आचार समिति की रिपोर्ट सभापति अवधेश नारायण सिंह के समक्ष प्रस्तुत की गई थी। इसके बाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के करीबी सहयोगी सुनील सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई।
NDA ने पूरे राजपूत समुदाय का किया अपमान- राजद
राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुनील सिंह का निष्कासन नीतीश कुमार के अहंकार को दर्शाता है।'' राजद नेता ने कहा, ‘‘सुनील सिंह के खिलाफ यह फैसला मुख्यमंत्री के निर्देश पर लिया गया। मुख्यमंत्री और बिहार में राजग के अन्य गठबंधन सहयोगियों ने न केवल सुनील सिंह को परिषद से निष्कासित किया है बल्कि राज्य में पूरे राजपूत समुदाय का अपमान भी किया है।'' सुनील राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। यादव ने कहा, ‘‘राजद के विधान परिषद सदस्य को आचार समिति की सिफारिश के आधार पर सदन से निष्कासित कर दिया गया। लेकिन मुख्यमंत्री के खिलाफ यही कार्रवाई क्यों नहीं की गई, जिन्होंने कई मौकों पर विधानसभा में महिलाओं का अपमान किया है?''