Edited By Ramanjot, Updated: 19 Nov, 2020 02:47 PM

बिहार चुनाव ही नहीं, बंगाल और उत्तरप्रदेश में भी कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा है। हार मिलने के बाद बिहार में कांग्रेस और राजद में रार पैदा होती नजर आ रही है। दरअसल, प्रदेश कांग्रेस ने 70 में से 51 सीटों पर हार का ठीकरा महागठबंधन के सहयोगी...
पटनाः बिहार चुनाव ही नहीं, बंगाल और उत्तरप्रदेश में भी कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा है। हार मिलने के बाद बिहार में कांग्रेस और राजद में रार पैदा होती नजर आ रही है। दरअसल, प्रदेश कांग्रेस ने 70 में से 51 सीटों पर हार का ठीकरा महागठबंधन के सहयोगी दलों पर फोड़ दिया है। वहीं अब चर्चा यह है कि पार्टी में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
अगर बात करें कांग्रेस के सहयोगी दलों की तो राजद पूरी तरह से कांग्रेस को हार का जिम्मेदार ठहरा रहा है। वहीं आलाकमान भी प्रदेश नेतृत्व को हार का गुनहगार मान रहा है। पार्टी की चिंता उन सीटों पर हार को लेकर है जहां कांग्रेस का हमेशा ही प्रदर्शन बेहतर रहा है। ऐसे क्षेत्र मिथिलांचल और सीमांचल भी आते हैं। वहीं पार्टी की इस बड़ी हार को लेकर केंद्रीय नेतृत्व समीक्षा में जुट गया है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार के प्रभारी से चुनाव की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही बिहार प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि वे रिपोर्ट में हार के कारणों का भी विशेष उल्लेख करें।
रिपोर्ट तलब की सूचना मिलने के बाद से ऐसे अनुमान लगाए जा रहे हैं बिहार कांग्रेस में बड़े बदलाव हो सकते हैं। इसी बीच कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि पार्टी को इस बात की समीक्षा करनी चाहिए कि किस दबाव में पार्टी ने उन सीटों पर चुनाव लड़ा जहां से कभी कांग्रेस या महागठबंधन के सहयोगी की जीत नहीं हुई थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आलाकमान जो बदलाव करना चाहते हैं, वह करें। यह उनके अधिकार क्षेत्र का मामला है।