Edited By Ramanjot, Updated: 11 Dec, 2021 05:46 PM

दरअसल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद यादव के चचेरे भाई राकेश कुमार भगत ने सहरसा जिले की सलखुआ पंचायत से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें करारी हार मिली। राकेश कुमार को केवल 45 वोट ही मिले। अररिया की तारण पंचायत से पूर्व मंत्री सरफराज आलम के साले को भी हार...
पटनाः बिहार पंचायत चुनाव के 10 वें चरण की मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे से हो रही है। वहीं अब तक जो परिणाम सामने आए हैं, उसमें गांवों बदलाव की हवा दिखाई दे रही है। बड़े-बड़े लोगों हार का सामना करना पड़ा रहा है। जहां उपमुख्यमंत्री के भाई को सिर्फ 45 वोट मिले, वहीं पूर्व MLA की पत्नी भी तीसरे नंबर पर रहीं।
दरअसल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद यादव के चचेरे भाई राकेश कुमार भगत ने सहरसा जिले की सलखुआ पंचायत से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें करारी हार मिली। राकेश कुमार को केवल 45 वोट ही मिले। अररिया की तारण पंचायत से पूर्व मंत्री सरफराज आलम के साले को भी हार का सामना करना पड़ा। वहीं भोजपुर के बड़हरा प्रखंड के क्षेत्र संख्या 28 के जिला परिषद पद पर पूर्व एमएलए सरोज यादव की पत्नी सुशीला देवी तीसरे स्थान पर रहीं।
दूसरी ओर, कई नए चेहरे चुनाव जीतकर मुखिया बन गए। सीतामढ़ी की मैरा बरीठ पंचायत से नीतू कुमारी, बेलारी से हिमांशु कुमार पासवान, दरवेशपूरा से रविरंजन कुमार, कतरीसराय पंचायत से रामजी पासवान और कटौना से शशि भूषण कुमार ने पंचायत चुनाव ने जीत हासिल की है। इतना ही नहीं, औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड से किरण सिंह ने जिला परिषद क्षेत्र संख्या 24 से 16159 वोट से जीतकर रिकॉर्ड बना दिया। बता दें कि बीते बुधवार को 817 पंचायतों में मतदान हुआ था।