Edited By Ramanjot, Updated: 13 Oct, 2020 05:07 PM
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू (JDU) ने मंगलवार को पार्टी विरोधी कार्य करने वाले 15 नेताओं को जदयू की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए छह वर्ष के लिए दल से निष्कासित कर दिया। इससे...
पटनाः बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू (JDU) ने मंगलवार को पार्टी विरोधी कार्य करने वाले 15 नेताओं को जदयू की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए छह वर्ष के लिए दल से निष्कासित कर दिया। इससे पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए भाजपा ने कई नेताओं को निष्कासित किया था।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने पार्टी विरोधी कार्य करने वाले 15 नेताओं को निष्कासित कर दिया है। पार्टी के जिन नेताओं को निलंबित और निष्कासित किया गया है उनमें डुमरंव के वर्तमान विधायक ददन सिंह यादव, पूर्व मंत्री रामेश्वर पासवान (सिकन्दरा) एवं भगवान सिंह कुशवाहा (जगदीशपुर), पूर्व विधायक रणविजय सिंह एवं सुमित कुमार सिंह (चकाई), पार्टी महिला प्रकोष्ठ की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुमारी गुप्ता (मुंगेर), अतिपिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य प्रमोद सिंह चन्द्रवंशी (ओबरा), युवा जद(यू) के पूर्व कोषाध्यक्ष अरूण कुमार (बेलागंज), औरंगाबाद जिला जद(यू) के पूर्व संयोजक तजम्मुल खाँ (रफीगंज), पार्टी के रोहतास पूर्व जिलाध्यक्ष अमरेश चौधरी (निर्दलीय प्रत्याशी, नोखा), पार्टी के पूर्व जमुई जिलाध्यक्ष शिवशंकर चौधरी (सिकन्दरा), 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के पूर्व प्रत्याशी सिंधु पासवान (सिकन्दरा), पार्टी कार्यकर्ता करतार सिंह यादव (डुमरांव), बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के पार्टी प्रभारी राकेश रंजन और पार्टी कार्यकर्ता मुंगेरी पासवान (चेनारी) के नाम शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि राजग उम्मीदवारों के खिलाफ बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर जदयू की सहयोगी पार्टी भाजपा ने सोमवार को अपने नौ बागी नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था ।