Edited By Ramanjot, Updated: 10 Jun, 2024 05:47 PM
इमामगंज (सु) के विधायक जीतनराम मांझी ने गया (सु) सीट से चुनाव जीता है। उन्होंने राजद प्रत्याशी बोधगया (सु) के विधायक कुमार सर्वजीत को 101812 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। मांझी का बिहार की राजनीति में लंबा अनुभव रहा है, लेकिन उनका एक सपना था...
पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) बिहार के उन मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल हो गए हैं, जो केन्द्र की सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। आजादी के बाद बिहार में अबतक 23 मुख्यमंत्री बने।
इनमें कृष्ण सिंह, दीप नारायाण सिंह, बिनोदानंद झा, कृष्ण बल्लभ सहाय, महामाया प्रसाद सिन्हा, सतीश प्रसाद सिंह, बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल, भोला पासवान शास्त्री, हरिहर सिंह, दारोगा प्रसाद राय, कर्पूरी ठाकुर, केदार पांडेय, अब्दुल गफूर, जगन्नाथ मिश्रा, रामसुंदर दास, चंद्रशेखर सिंह, बिंदेश्वरी दुबे, भागवत झा आजाद, सत्येन्द्र नारायण सिंह, लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी शामिल हैं। इनमें से केदार पांडेय, अब्दुल गफूर, चंद्रशेखर सिंह, बिंदेश्वरी दुबे, जगन्नाथ मिश्रा, भागवत झा आजाद, लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार केन्द्र सरकार में मंत्री बनाए गए थे। जीतन राम मांझी भी अब केन्द्र सरकार मे मंत्री बन गए है।
मांझी का बिहार की राजनीति में लंबा अनुभव
इमामगंज (सु) के विधायक जीतनराम मांझी ने गया (सु) सीट से चुनाव जीता है। उन्होंने राजद प्रत्याशी बोधगया (सु) के विधायक कुमार सर्वजीत को 101812 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। मांझी का बिहार की राजनीति में लंबा अनुभव रहा है, लेकिन उनका एक सपना था दिल्ली के लोकसभा जाने का जो अब पूरा हो गया है। मांझी ने गया (सु) सीट से चौथी बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था। जीतन राम मांझी ने वर्ष 1991, 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हर बार पराजय का सामना करना पड़ा था। इस बार जीतन राम मांझी ने बाजी अपने नाम कर ली और न सिर्फ पहली बार संसद पहुंचने में सफल रहे बल्कि करीब 80 साल की उम्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने में भी कामयाब रहे।