Edited By Diksha kanojia, Updated: 11 Sep, 2021 05:48 PM
इससे पूर्व उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि एसएसबी के जवान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपनी विभिन्न भूमिकाओं का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल की 1751 किलोमीटर और भारत-भूटान की 699 किलोमीटर अन्तररष्ट्रीय सीमा की...
पटनाः बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने आज कहा कि सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपनी विभिन्न भूमिकाओं का सफलतापूर्वक निर्वहन करते हैं। चौहान ने शनिवार को यहां एसएसबी, सीमांत पटना के साइकिल आरोही दल को राजभवन से हरी झंडी दिखाकर नयी दिल्ली के लिए रवाना किया।
इससे पूर्व उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि एसएसबी के जवान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपनी विभिन्न भूमिकाओं का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल की 1751 किलोमीटर और भारत-भूटान की 699 किलोमीटर अन्तररष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा में एसएसबी का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्यपाल ने कहा कि भारत के साथ नेपाल और भूटाने की सीमाएं खुली होने तथा इन देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंध होने के कारण सीमा पर दोनों ओर के लोगों का एक-दूसरे के साथ सदियों पुराना ऐतिहासिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सम्बन्ध है। उन्होंने कहा कि इससे सशस्त्र सीमा बल के दायित्व अत्यंत चुनौतीपूर्ण और विशिष्ट प्रकृति के हो जाते हैं।
चौहान ने कहा कि हालांकि इस बल का मुख्य कार्य सीमावर्ती भारतीय नागरिकों के बीच सुरक्षा की भावना को बनाये रखना, सीमा पर होने वाली राष्ट्रविरोधी गतिविधियों, तस्करी, मानव व्यापार एवं अन्य गैर कानूनी अपराधों को रोकना है लेकिन इसके द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में बेरोजगार युवाओं एवं महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार के रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा नि:शुल्क मानव एवं पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन, सीमावर्ती नागरिकों को जरूरी सामग्रियों का वितरण तथा समय-समय पर सीमावर्ती ग्रामीण स्कूली बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए दूसरे राज्यों का भ्रमण करवाना जैसे लोक कल्याणकारी कार्य भी किये जाते हैं।