Edited By Ramanjot, Updated: 23 Jul, 2022 11:21 AM
पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि इस 90 वेंटिलेटर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और जिला अस्पतालों में आईसीयू की क्षमता बढ़ाने से मरीजों को इलाज में बेहतर सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे जहां उचित इलाज मिल पाएगा वहीं अन्य बीमारियों में भी मदद मिल पाएगी।
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार के चार मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों के साथ ही पांच जिला अस्पतालों के आईसीयू (गहन चिकित्सा देखभाल इकाई) को शीघ्र नई तकनीक से बनी वेंटिलेटर से लैस किया जाएगा। पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि इस 90 वेंटिलेटर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और जिला अस्पतालों में आईसीयू की क्षमता बढ़ाने से मरीजों को इलाज में बेहतर सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे जहां उचित इलाज मिल पाएगा वहीं अन्य बीमारियों में भी मदद मिल पाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वेंटिलेटरों की संख्या बढ़ने से मरीजों को समुचित इलाज में मदद मिलेगी। कई बीमारियों को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिलों के सिविल सर्जन के मांगपत्र के आलोक में वेंटिलेटर का आवंटन किया गया है। केंद्र सरकार से सहयोग स्वरूप प्राप्त वेंटिलेटर को आईजीआईएमएस (इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान), डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल), एएनएमसीएच (अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज गया), जीएमसी (गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल पूर्णिया) व आईजीआईसी (इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान) को वेंटिलेटर आवंटित किए गए हैं। साथ ही जिला अस्पताल लखीसराय, नालंदा, समस्तीपुर, सारण एवं बांका को भी वेंटिलेटर का आवंटन किया गया है।
मंगल पांडेय ने कहा कि उम्मीद है कि हर प्रकार के रोगियों के उचित इलाज में अधीक्षक एवं सिविल सर्जन इन वेंटिलेटर का पूर्ण रुप से इस्तेमाल करेंगे। डीएमसीएच को 25, आईजीआईएमएस को 16, एएनएमसीएच को 13, जीएमसी पूर्णियां को 10 एवं आईजीआईसी को पांच वेंटिलेटर आवंटित किए गए हैं। दूसरी ओर जिला अस्पताल बांका और लखीसराय में तीन-तीन, नालंदा पांच, समस्तीपुर पांच, सारण पांच वेंटिलेटर आवंटित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग राज्य में बेहतर सेवाओं के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है।