Edited By Ramanjot, Updated: 28 Nov, 2024 02:05 PM
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में बच्ची के माता-पिता, उसे खरीदने वाले दंपती और दो बिचौलिए शामिल हैं। यह घटना तब प्रकाश में आई जब भुवनेश्वर के टंकपानी क्षेत्र के सार्थक मोहंती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनके घर में किराएदार के रूप में रह...
पटना: बिहार के एक दंपती ने अपनी चार साल की बेटी को ओडिशा के पिपिली क्षेत्र में एक निःसंतान दम्पती को 40,000 रुपए में बेच दिया। बताया जा रहा है कि इस मासूम बच्ची के कारण पारिवारिक विवाद चल रहा था, जिसके चलते दंपति ने उसे बेचने का फैसला लिया। हालांकि, भुवनेश्वर पुलिस ने बच्ची को बचा लिया और इस सिलसिले में छह लोगों को हिरासत में लिया।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में बच्ची के माता-पिता, उसे खरीदने वाले दंपती और दो बिचौलिए शामिल हैं। यह घटना तब प्रकाश में आई जब भुवनेश्वर के टंकपानी क्षेत्र के सार्थक मोहंती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनके घर में किराएदार के रूप में रह रहे बिहार के एक दंपती ने अपनी चार वर्षीय बेटी को पिपिली क्षेत्र के एक अन्य युगल को बेच दिया है। बड़गड़ा थाने के आईआईसी तृप्ति रंजन नायक ने बताया कि दंपती ने स्वीकार किया है कि लड़की को 40 हजार रुपये में बेचा गया था। लड़की के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी करके अपनी आजीविका चलाते हैं।
बच्ची को 24 घंटे के भीतर बचा लिया गया। पुलिस के अनुसार, बच्चे के माता-पिता सुबोध शर्मा और उनकी पत्नी बडागाडा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत बडाटांगी साही में किराए के मकान में रह रहे थे। पिता बढ़ई का काम करते थे, जबकि मां ने दूसरी शादी कर ली थी। बताया जा रहा है कि बच्चा उनके पहले पति का बच्चा था, जिसके कारण पारिवारिक विवाद चल रहा था।
इस मामले में बडागडा थाना इंस्पेक्टर तृप्ति रंजन नायक की सूचना पर मानव तस्करी की शिकायत के आधार पर कांड संख्या 748/24 दर्ज किया गया है। बीएनएस 143(4) के तहत छह लोगों को हिरासत में लिया गया है।