Edited By Swati Sharma, Updated: 29 Aug, 2024 11:40 AM
दिल में छेद वाले 20 बच्चों के साथ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बुधवार शाम पटना एयरपोर्ट से अहमदाबाद रवाना हुए, जहां इन बच्चों की सर्जरी श्री सत्य सांईं अस्पताल (अहमदाबाद) में की जाएगी। रवाना होने से पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): दिल में छेद वाले 20 बच्चों के साथ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बुधवार शाम पटना एयरपोर्ट से अहमदाबाद रवाना हुए, जहां इन बच्चों की सर्जरी श्री सत्य सांईं अस्पताल (अहमदाबाद) में की जाएगी। रवाना होने से पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना जन्म से हृदय में छेद वाले बच्चों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। इस योजना के तहत अब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में विभाग ने 1 हजार 501 बच्चों की निःशुल्क सफल सर्जरी की प्रक्रिया पूर्ण करवाई है, जिसमें 20 और बच्चों की रवानगी की गई।
"नीतीश कुमार ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए"
मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को और उन्नत बनाने के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। उसी क्रम में बच्चों की सर्जरी भी है। इन बच्चों को स्क्रीनिंग के बाद अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं अस्पताल भेजा जाता है, जहां सर्जरी की प्रक्रिया पूर्ण होती है। पांडेय ने आगे कहा कि इस बार मैं स्वयं साथ में यात्रा कर रहा हूं, जिससे मुझे सारी व्यवस्थाओं को देखने और समझने का भरपूर मौका मिलेगा। ये ऐसे बच्चे हैं जिनकी आर्थिक स्थिति इस लायक नहीं थी कि उनके माता-पिता प्राइवेट हॉस्पिटल में सर्जरी करा सकें। ऐसे में बाल हृदय योजना उनके लिए बेहद ही कारगर और सफल साबित हुई है। बच्चों में होने वाले जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या है। सात निश्चय-2 के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई। इनमें बच्चों की शुरुआती स्क्रीनिंग से लेकर उनके आने-जाने तक का खर्च राज्य सरकार वहन करती है।
बता दें कि बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग निरंतर हृदय में छेद के साथ जन्में बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रयासरत है। बाल हृदय योजना से बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है। विभाग निरंतर स्वास्थ्य सेवाओं को जनहित के लिए सुविधाजनक बानाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। विभाग निरंतर कई ऐसे फैसले ले रहा है, जो ऐतिहासिक है।