Edited By Ramanjot, Updated: 25 Feb, 2021 10:11 AM
बिहार विधानसभा में बुधवार को भोजनावकाश के बाद सभा की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच तारकिशोर ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 19370 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरण में वार्षिक स्कीम मद...
पटनाः बिहार विधान संभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 19370 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। सदन में भाकपा माले के विधायक समाज कल्याण मंत्री मदन साहनी की टिप्पणी से आहत हुए थे और हंगामा हो गया था।
सभा की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच तारकिशोर ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 19370 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। विधान मंडल के दोनों सदनों में उपस्थापितत किए गए द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरण में वार्षिक स्कीम मद में 9530.27 करोड़ रुपए, स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में (प्रभृत सहित) 9399.99 करोड़ रुपए और केंद्रीय क्षेत्र स्कीम मद में 439.78 करोड रुपए सहित कुल 19370.03 करोड़ रुपए का स्कीम वार प्रस्तावित राशि शामिल है।
भाकपा माले के महबूब आलम के ध्यानाकर्षण के जरिए डीबीटी के माध्यम वृद्धावस्था पेंशन के भुगतान में हुए विलंब का जवाब देने के क्रम में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी द्वारा की गई टिप्पणी से भड़के विपक्षी सदस्यों के सदन के वेषम में आकर हंगामा करने पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भोजनावकाश के पूर्व आलम ने अपने ध्यानाकर्षण में पूछा था कि हजारों वृद्धों को तब से पेंशन नहीं मिल रही है जब से इसका भुगतान डीबीटी के जरिए शुरू किया गया है जब गांव और प्रखंड मुख्यालय स्तर पर शिविर लगाकर इसका भुगतान किया जा रहा था तो लाभार्थी पेंशन पा रहे थे।
आलम के ध्यानाकर्षण का जवाब देते हुए सहनी ने कहा कि सदन में सब बात नहीं बोलना चाहते। इनकी दुकान इन सब चीज पे चल रही है। कह देंगे तो दुकान बंद हो जाएगी। सहनी के इस जवाब से आहत भाकपा माले सहित राजद एवं कांग्रेस के अन्य विपक्षी सदस्य सदन के वेषम में आकर मंत्री से माफी की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए।