Edited By Swati Sharma, Updated: 07 Feb, 2023 01:21 PM

एनआईए द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, इरशाद उर्फ मोहम्मद बेलाल को जितौरा गांव से गिरफ्तार किया गया है और उससे पूछताछ के आधार पर पूर्वी चंपारण के निकटवर्ती मुजफ्फरपुर जिले के एक गांव में उसके ठिकानों से प्रतिबंधित संगठन का एक बैनर और तलवारें बरामद...
पटनाः राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने सोमवार को बिहार के पूर्वी चंपरण जिले से प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक और संदिग्ध कार्यकर्ता को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
अबतक 7 लोगों को किया जा चूका हैं गिरफ्तार
एनआईए द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, इरशाद उर्फ मोहम्मद बेलाल को जितौरा गांव से गिरफ्तार किया गया है और उससे पूछताछ के आधार पर पूर्वी चंपारण के निकटवर्ती मुजफ्फरपुर जिले के एक गांव में उसके ठिकानों से प्रतिबंधित संगठन का एक बैनर और तलवारें बरामद की गईं। बताया जा रहा है कि इरशाद ने पिछले साल पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में पीएफआई द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया था। एनआईए ने इस मामले में अबतक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना की थी साजिश
बता दें कि रविवार को पूर्वी चंपारण में 8 स्थानों पर हुई छापामारी में पीएफआई के 2 संदिग्ध कार्यकर्ताओं तनवीर रज़ा और मोहम्मद आबिद को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा एनआईए फुलवारीशरीफ से जुड़े मामले में फरार आरोपी याकूब की तलाश कर रही थी जिसने हाल ही में फेसबुक पर शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के उद्देश्य से भड़काऊ वीडियो पोस्ट किया था, जिसका उद्देश्य शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सितंबर 2022 में एक अधिसूचना के माध्यम से आतंकवादी समूहों और विध्वंसक गतिविधियों से जुड़े होने के कारण पीएफआई और उसके सहयोगियों पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।