Edited By Harman, Updated: 21 Oct, 2024 01:28 PM
बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद तस्करों द्वारा नए नए हथकंडे अपनाकर शराब की खरीद-बिक्री की जा रही है। लेकिन पुलिस भी तस्करों पर पूरी तरह से नकेल कसती नजर आ रही है। इसी क्रम में ताजा मामला पूर्णिया जिले से आया है, जहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार...
पूर्णिया: बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद तस्करों द्वारा नए नए हथकंडे अपनाकर शराब की खरीद-बिक्री की जा रही है। लेकिन पुलिस भी तस्करों पर पूरी तरह से नकेल कसती नजर आ रही है। इसी क्रम में ताजा मामला पूर्णिया जिले से आया है, जहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर भारी मात्रा में शराब की खेप बरामद की है।
गुप्त सूचना के आधार पर की कार्रवाई
पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक बड़ी मात्रा में शराब की खेप असम से लाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर पूर्णिया पुलिस ने एक विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें एक यूपी नंबर प्लेट वाले कंटेनर को जीरो माइल के पास रोका गया, जिस पर सुधा मिल्क का लोगो लगा हुआ था। जब पुलिस ने कंटेनर को रोका और ड्राइवर तथा खलासी से पूछताछ की, तो उन्होंने कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया। जिसके बाद वाहन की तलाशी ली गई। एसपी ने बताया कि तलाशी लेने पर कंटेनर में कुल 767 कार्टन शराब जब्त की गई जिसमें कुल 6894 लीटर विदेशी शराब थी। शराब की बाजार कीमत करीब 80 लाख रुपए आंकी गई है। साथ ही एसपी ने बताया कि ट्रक में सवार दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जो कि यूपी के रहने वाले हैं। पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि ये तस्कर असम से शराब लेकर बिहार आ रहे थे और मुजफ्फरपुर में इसे सप्लाई किया जाना था।
वहीं, पुलिस ने तस्करों की गिरफ्तारी के बाद आगे की जांच शुरू कर दी है। ताकि इस नेटवर्क का जल्द ही पर्दाफाश किया जाए। गौरतलब हो कि बिहार के सिवान, सारण और गोपालगंज जिलों में जहरीली शराब पीने से कथित तौर पर 37 लोगों की मौत हुई है। तीन जिलों में संदिग्ध जहरीली शराब त्रासदी के बाद पुलिस जगह-जगह सघन छापेमारी अभियान चलाकर शराब तस्करों को धड़ दबोच रही है।