Edited By Nitika, Updated: 29 Jul, 2024 09:27 AM

बिहार में मानव तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है।बच्चों से बहुत कम पैसों में बाल मजदूरी करवाकर उनका शोषण किया जाता है। अब फिर बिहार से मानव तस्करी का मामला सामने आया है, जहां आरपीएफ की टीम ने रेलवे स्टेशन से 11 बच्चों व चार तस्करों को पकड़ा है।
सासारामः बिहार में मानव तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है। प्रदेश में गरीबी से जूझते परिवार के बच्चों को पैसों और ऐशो आराम का लालच देकर देश के दूसरे राज्यों में मजदूरी कराने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। बच्चों से बहुत कम पैसों में बाल मजदूरी करवाकर उनका शोषण किया जाता है। अब फिर बिहार से मानव तस्करी का मामला सामने आया है, जहां आरपीएफ की टीम ने रेलवे स्टेशन से 11 बच्चों व चार तस्करों को पकड़ा है।
गुप्त सूचना के आधार पर की छापेमारी
आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे स्टेशन पर ऑपरेशन आहट के तहत विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसके तहत सासाराम रेलवे स्टेशन पर छापामारी की गई। सासाराम रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर-02 पर गाड़ी संख्या 12389 गया-चेन्नई साप्ताहिक एक्स तथा गाड़ी संख्या 12987 सियालदह अजमेर में तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों ट्रेनों में चेकिंग की गई, जिसमें से 11 नाबालिग बच्चों को बरामद किया। इसके साथ 4 बाल तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। इसमें गया के तस्लीम,प्रदीप प्रजापति, सुबोध कुमार व असगर मियां शामिल हैं।
बाल मजदूरी करने के लिए चेन्नई लेकर जा रहे थे
वहीं आरपीएफ के निरीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि जब बाल तस्करों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि इन सभी बच्चों को बाल मजदूरी करने के लिए चेन्नई लेकर जाया जा रहा था। वहां काम करने के बदले बच्चों को प्रतिमाह 12 हजार रुपए दिया जाता था। अब सभी बच्चों को 'बचपन बचाओ' की टीम को सौंप दिया गया है। इसके अतिरिक्त मानव तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।