Edited By Nitika, Updated: 02 Feb, 2023 01:57 PM

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा बुधवार को लोकसभा में पेश केंद्रीय बजट को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने निराश करने वाला बताते हुए इसे ’निराशाजनक बजट’ बताया।
पटनाः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा बुधवार को लोकसभा में पेश केंद्रीय बजट को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने निराश करने वाला बताते हुए इसे ’निराशाजनक बजट’ बताया।
वीआईपी के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि इस बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं कहा गया है। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष दर्जा देने की लोगों की लंबे समय से मांग की जा रही है और उम्मीद थी कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस पर कुछ कहेंगी लेकिन दुर्भाग्य से उन्होंने इसे पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। पूर्व मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट विकसित राज्यों के लिए फायदेमंद रहा है, लेकिन इसमें बिहार जैसे गरीब राज्यों के लिए कुछ भी नहीं है। हमारे राज्य को इसके विकास के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। वित्त मंत्री ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को अनसुना कर बिहारवासियों को निराश कर दिया। सहनी ने कहा कि आज पूरे देश की समस्या महंगाई और बेरोजगारी है, लेकिन इसके लिए बजट में कुछ नहीं कहा गया है। बजट में रेल किराया कम करने को लेकर लोग उम्मीद पाले हुए थे तथा पूर्व में बुजुर्गों वाली रियायत पुनः शुरू करने की उम्मीद की गई थी, लेकिन यह भी उम्मीद पूरी नहीं हुई।
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि सही अर्थ में यह बजट पुराने जुमलों को ढंकने वाला बजट है। उन्होंने कहा कि 2022 में किसानों की आमदनी दुगनी होनी थी। 2022 में हर गरीब को आवास उपलब्ध होना था। 2022 में देश में बुलेट ट्रेन चलनी थी, लेकिन वित्त मंत्री ने इन घोषणाओं के पूरे न होने की न तो कोई वजह बताई और न ही आगे इन योजनाओं के लिए बताया गया। सहनी ने कहा कि यह ध्यान भटकाने वाली नीति अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है।