Edited By Ramanjot, Updated: 25 Jul, 2025 10:21 PM

बिहार की सियासत में एक बार फिर से तेज प्रताप यादव चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर अपने निजी जीवन से जुड़ी पोस्ट साझा करने के बाद अब उन्होंने एक और बड़ा कदम उठाया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में नई हलचल पैदा कर दी है।
पटना:बिहार की सियासत में एक बार फिर से तेज प्रताप यादव चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर अपने निजी जीवन से जुड़ी पोस्ट साझा करने के बाद अब उन्होंने एक और बड़ा कदम उठाया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में नई हलचल पैदा कर दी है। तेज प्रताप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर न सिर्फ अपने परिवार के सदस्यों को अनफॉलो कर दिया है, बल्कि आरजेडी के आधिकारिक अकाउंट को भी फॉलो करना छोड़ दिया है।
बताया जा रहा है कि तेज प्रताप ने जिन पारिवारिक सदस्यों को अनफॉलो किया है, उनमें राज्यसभा सांसद और उनकी बहन मीसा भारती, राजलक्ष्मी यादव, हेमा यादव समेत कई अन्य नजदीकी रिश्तेदार शामिल हैं।
क्या RJD से अलग राह चुन सकते हैं तेज प्रताप?
तेज प्रताप यादव के इस डिजिटल फैसले को लेकर राजनीतिक विश्लेषक कई तरह के कयास लगा रहे हैं। कुछ इसे राजद परिवार के भीतर तनाव या मतभेद का संकेत मान रहे हैं, तो कुछ इसे आने वाले समय में किसी बड़े सियासी फैसले की भूमिका बता रहे हैं।
“सपने में भी विचार नहीं बेचते”: तेज प्रताप का वायरल पोस्ट
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में एक्स पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्हें एक सपना आया था। उस सपने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दे रहे थे। जवाब में तेज प्रताप ने कहा कि उनके पास अपनी पार्टी है, और पीएम मोदी को उनकी पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए। इस पोस्ट को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है।
उन्होंने आगे लिखा –
"सत्ता के लिए सपने बेचने वाले बहुत हैं, हम वो हैं जो सपने में भी विचार नहीं बेचते।"
आत्मविश्वास और संघर्ष को लेकर भी किया पोस्ट
तेज प्रताप ने एक और पोस्ट में लिखा –
"सपनों को पाने की चाहत, मेहनत को अपना साथी बना लेती है। हर सुबह एक नया अवसर है, बस खुद पर विश्वास रखो। हार मानने से पहले एक बार और प्रयास करने की सोचो।"
इस पोस्ट को भी बिहार की सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है और इसके कई राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं।
सियासी भूचाल की आहट?
तेज प्रताप यादव के इन लगातार बयानों और डिजिटल एक्शन को देखकर माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वे कोई बड़ा सियासी मोड़ ले सकते हैं। फिलहाल इस पर उनकी ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इतना तय है कि उनकी हर गतिविधि पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हुई हैं।