Edited By Ramanjot, Updated: 06 Nov, 2025 07:24 AM

Bihar Assembly Election 2025 का पहला चरण आज (गुरुवार) शुरू हो गया है। राज्य की 121 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाले जा रहे हैं।
Bihar Assembly Election 2025 का पहला चरण आज (गुरुवार) शुरू हो गया है। राज्य की 121 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाले जा रहे हैं। इस चरण में कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एनडीए सरकार के 16 मंत्री और महागठबंधन के कई बड़े चेहरे शामिल हैं।
Election Commission ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
पहले चरण का बड़ा दांव: 121 सीटें, 3.75 करोड़ मतदाता
इस चरण का चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इसमें मगध, मिथिला, उत्तर बिहार और पटना क्षेत्र की निर्णायक सीटें शामिल हैं।
दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली, सीवान, गोपालगंज और बेगूसराय जैसे जिलों में मुकाबला दिलचस्प बना हुआ है।
Total Voters: करीब 3.75 करोड़
Total Candidates: 1,314
Districts Covered: 18
16 मंत्रियों की साख दांव पर
पहले चरण में एनडीए सरकार के 16 मंत्रियों की किस्मत का फैसला आज होना है। इनमें भाजपा के मंगल पांडे (सीवान), नितिन नवीन (बांकीपुर), सम्राट चौधरी (तारापुर), विजय सिन्हा (लखीसराय), जीवेश मिश्रा (जाले) और संजय सरावगी (दरभंगा शहरी) शामिल हैं। वहीं जदयू के विजय चौधरी (सरायरंजन), श्रवण कुमार (नालंदा) और मदन सहनी (बहादुरपुर) जैसे दिग्गज भी मैदान में हैं।
हाई-वोल्टेज मुकाबले
इस चरण की सबसे चर्चित सीट राघोपुर है, जहां से तेजस्वी यादव मैदान में हैं। वहीं महुआ से तेज प्रताप यादव, दानापुर से रामकृपाल यादव, और मोकामा से अनंत सिंह का मुकाबला सबकी नजरों में है।
छपरा में खेसारी लाल यादव, अलीनगर से मैथिली ठाकुर और रघुनाथपुर से ओसामा शहाब चुनावी मैदान में उतरकर मुकाबले को और रोमांचक बना रहे हैं।
EVM से लेकर वेबकास्टिंग तक सख्त निगरानी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कंट्रोल सेंटर से सभी 45,341 मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग के ज़रिए निगरानी की जा रही है। 121 सामान्य, 18 पुलिस और 33 व्यय पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। मतदान से जुड़ी कोई भी शिकायत या सूचना 0612-2824001 पर कॉल या ceo_bihar@eci.gov.in
पर ईमेल कर दी जा सकती है।
पहले चरण का नतीजा तय करेगा सियासी रुख
पहले चरण का यह मतदान सिर्फ सीटों की जंग नहीं, बल्कि नेतृत्व और भरोसे की परीक्षा भी है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि जनता परिवर्तन चुनती है या स्थिरता पर भरोसा जताती है।