Edited By Ramanjot, Updated: 28 Oct, 2025 05:28 AM

बिहार में आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja 2025) अब अपने चरम पर है। सोमवार को संध्या अर्घ्य (Evening Arghya) देने के बाद आज मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025, को लाखों व्रती महिलाएं और पुरुष घाटों पर पहुंचकर उगते सूर्य (Sun rise time today) को उषा...
पटना: बिहार में आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja 2025) अब अपने चरम पर है। सोमवार को संध्या अर्घ्य (Evening Arghya) देने के बाद आज मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025, को लाखों व्रती महिलाएं और पुरुष घाटों पर पहुंचकर उगते सूर्य (Sun rise time today) को उषा अर्घ्य (sunrise time patna) अर्पित करेंगे। इस मौके पर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
बिहार के प्रमुख जिलों में सूर्योदय का समय (Suryoday Time in Bihar)
छठ पूजा में सूर्य की पहली किरण (First Sunray) के साथ अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं बिहार के प्रमुख जिलों में आज सूर्योदय का सटीक समय —
- पटना: सुबह 5:55 AM
- गया: सुबह 5:55 AM
- भागलपुर: सुबह 5:47 AM
- मुजफ्फरपुर: सुबह 5:55 AM
- दरभंगा: सुबह 5:53 AM
- पूर्णिया: सुबह 5:46 AM
- भोजपुर: सुबह 5:57 AM
- सुपौल: सुबह 5:50 AM
- बेगूसराय: सुबह 5:51 AM
- सहरसा: सुबह 5:50 AM
- सीवान: सुबह 5:59 AM
- मधेपुरा: सुबह 5:49 AM
- नालंदा: सुबह 5:53 AM
- बक्सर: सुबह 6:00 AM
- सीतामढ़ी: सुबह 5:55 AM
Chhath Puja 2025: उगते सूर्य को अर्घ्य देने की सही विधि (Morning Arghya Vidhi)
- छठ पूजा का चौथा दिन सबसे पवित्र और भावनात्मक होता है, जब व्रती उगते सूर्यदेव को जल अर्पित कर व्रत का समापन करते हैं।
- व्रती प्रातः स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा थाली में दूध, गंगाजल, अक्षत, हल्दी, सुपारी और दीपक रखें।
- नदी, तालाब या घाट पर कमर तक जल में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
- जल धीरे-धीरे अर्पित करें ताकि Sun Rays जल की लहरों से प्रतिबिंबित हों।
- अर्घ्य के बाद परिवार की सुख-समृद्धि (Family Prosperity), स्वास्थ्य (Health) और संतान की दीर्घायु (Longevity) की कामना करें।
- पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण कर व्रत का समापन करें।
छठ पूजा: आस्था, अनुशासन और सूर्य उपासना का अद्भुत संगम
छठ पर्व सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि आस्था और अनुशासन (Faith & Discipline) का प्रतीक है। यह पर्व माताओं की संतानों के लिए की जाने वाली निष्ठा, तप और त्याग की मिसाल पेश करता है। बिहार के हर जिले में घाटों पर इस समय “छठ मइया अमर रहे” के जयकारे गूंज रहे हैं।
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