Edited By Ramanjot, Updated: 24 Jul, 2025 08:43 PM

बिहार की सत्ता पर काबिज जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने वरिष्ठ नेता और बांका से सांसद गिरधारी यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पटना:बिहार की सत्ता पर काबिज जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने वरिष्ठ नेता और बांका से सांसद गिरधारी यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई उस बयान के बाद की गई है जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और समझदारी पर सवाल उठाए थे। यादव ने बिहार में चल रहे वोटर वेरिफिकेशन अभियान यानी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर आयोग की मंशा और प्रक्रिया पर आपत्ति जताई थी।
JDU की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि यादव के सार्वजनिक बयान से न केवल पार्टी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा, बल्कि विपक्ष को बेवजह के आरोपों को हवा देने का मौका भी मिला। पार्टी ने इसे संवेदनशील विषय बताते हुए कहा कि चुनावी वर्ष में इस तरह की टिप्पणियां पार्टी लाइन के खिलाफ हैं। गिरधारी यादव से 15 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
क्या था गिरधारी यादव का बयान?
एएनआई से बातचीत में गिरधारी यादव ने कहा,"चुनाव आयोग को न तो बिहार का इतिहास पता है और न ही भूगोल का। उसे कोई व्यावहारिक ज्ञान नहीं है। आयोग जिन कागजों की मांग कर रहा है, उन्हें इकट्ठा करने में मुझे ही 10 दिन लग गए, तो किसानों की हालत क्या होगी? यह SIR प्रक्रिया जनता पर जबरन थोपी जा रही है।"
उन्होंने यह भी कहा कि आयोग को इस अभियान के लिए कम से कम 6 महीने का समय देना चाहिए था। उन्होंने इसे व्यक्तिगत राय बताया और यह भी कहा कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि पार्टी इसके बारे में क्या सोचती है।
गौरतलब है कि गिरधारी यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेताओं में गिने जाते हैं, और वह अब तक चार बार लोकसभा सांसद चुने जा चुके हैं।