Edited By Ramanjot, Updated: 09 Oct, 2025 07:21 PM

सनातन धर्म में करवा चौथ (Karwa Chauth 2025) का विशेष महत्व माना जाता है। यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए समर्पण, प्रेम और आस्था का प्रतीक है। इस बार करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर 2025 (10 October 2025) को मनाया जाएगा।
Karwa Chauth Moonrise Time: सनातन धर्म में करवा चौथ (Karwa Chauth 2025) का विशेष महत्व माना जाता है। यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए समर्पण, प्रेम और आस्था का प्रतीक है। इस बार करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर 2025 (10 October 2025) को मनाया जाएगा। बिहार सहित देशभर में सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखेंगी।
सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला व्रत
इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय (Moonrise Time) तक बिना पानी पिए व्रत रखती हैं। रात को जब चांद निकलता है, तो वे चंद्रदेव (Moon God) की पूजा करती हैं, अर्घ्य अर्पित करती हैं और फिर अपने पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत खोलती हैं।
पटना में कब दिखेगा चांद?
इस बार करवा चौथ पर राजधानी पटना (Patna, Bihar) में चांद का दीदार रात 7 बजकर 48 मिनट (7:48 PM) पर होगा। जबकि दिल्ली और आसपास के इलाकों में चंद्रोदय (Chand Nikalne Ka Time) लगभग 8 बजकर 13 मिनट पर होने का अनुमान है।
विभिन्न शहरों में चांद निकलने के समय में कुछ मिनटों का अंतर रहेगा। इसलिए महिलाएं अपने क्षेत्र का स्थानीय समय देखकर व्रत खोलें।
धार्मिक मान्यता और महत्त्व
Karwa Chauth Vrat केवल व्रत नहीं बल्कि प्रेम और निष्ठा का उत्सव है। मान्यता है कि इस दिन किया गया व्रत वैवाहिक जीवन में सौभाग्य, प्रेम और दीर्घायु का आशीर्वाद देता है। बिहार में भी इस पर्व को पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया जाता है — महिलाएं सुबह से श्रृंगार कर पूजा की तैयारी करती हैं और शाम को करवा चौथ की कथा (Karwa Chauth Katha) सुनती हैं।